अग्निपथ के अग्निवीर और संशय
- Shashi Prabha
- 17 जून 2022
- 2 मिनट पठन

यह योजना एक क्रांतिकारी कदम है । इसके माध्यम से सेना को तकनीकी दक्षता से भरपूर एवं शारिरिक रूप से फिट युवा मिलेंगे ।
इस समय भारतीय सेना के तीनों अंगों में भारी रिक्तियां हैं जिन को पूरा करने में अग्निपथ योजना अपना सहयोग देगी । सेना के बजट को सेना के तकनीकी विकास के लिए उपयोग भी किया जा सकेगा ।
भारतीय युवाओं का ,भारतीय सेना में भर्ती होकर , भारत मां की सेवा करना ,सबसे बड़ा सपना होता है । इसके लिए वह युद्ध स्तर पर तैयारी करता है । यहां तक कि अगर ऋण लेकर भी तैयारी करनी पड़े तो वह ऋण लेने में भी संकोच नहीं करता है ।
इस सपने की पूर्ति के लिए केंद्रीय सरकार युवाओं के लिए स्वयं अग्निपथ विकल्प लेकर सामने आई है 17 वर्ष से 22 वर्ष तक का वह काल होता है जब युवा जुनून ,जोश एवं साहस से भरपूर होता है । कुछ साहस पूर्ण कर गुजरने की प्रबल इच्छा मन में होती है । ऐसे में अगर सकारात्मक एवं उपयोगी नेतृत्व न हो तो स्थिति नकारात्मक दिशा की ओर भी बढ़ सकती है ।
अग्निपथ योजना पर विचार करते हुए लगता है कि इसमें 4 वर्ष की अवधि कम है , यह 8 से 10 वर्ष होनी चाहिए और इसके साथ ही आर्य वीरों के लिए अर्धसैनिक बलों ,राज्य पुलिस बल और सार्वजनिक उपक्रमों में भर्ती की एक सशक्त एवं प्राथमिक ठोस व्यवस्था होनी चाहिए ।
युवा पहले स्वयं इस योजना को समझें और तत्पश्चात अपनी राय बनाएं ।
एक ओर तो युवा देश की सेवा के लिए आतुर हो सेना में जाना चाहते हैं तो दूसरी ओर वही युवा देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाएं ,यह समझ से परे है । विरोधी राजनीतिक पार्टियों से अपील है कि वह युवाओं को भ्रमित ना करें।





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