लखोटा लेक एवम् लखोटा संग्रहालय
- Shashi Prabha
- 31 मार्च 2024
- 1 मिनट पठन
अपडेट करने की तारीख: 7 अप्रैल 2024
लखोटा लेक एवं लखोटा संग्रहालय जामनगर -
जामनगर शहर के मध्य में रणमल झील या लखोटा झील है । इसका निर्माण नवानगर के राजा जाम रणमल द्वितीय ने 18 20 ई से 1852 ई के मध्य कराया था । यह एक बहुत विशाल झील है ।झील के चारों ओर मंडप ,बुर्ज ,कलात्मक उद्यान आदि बनाए गए हैं जो स्थापत्य का बेहतर नमूना है । झील के बीच में किला या महल है जिसमें हर खिड़की पर सुरक्षा हेतु तोपें लगाई हुई है ।इनको आज भी नहीं हटाया गया है । इनको दर्शकों के लिए डिस्प्ले किया गया है ।
झील से मुख्य महल में जाने के लिए सुंदर रास्ता है ।इस रास्ते पर मध्य में लकड़ी का तख्त नुमा पुल रखा गया है ,जिसको ऊपर उठा दिया जाता है तो यह मुख्य मार्ग को, महल से डिस्कनेक्ट कर देता है । इस तरह महल सुरक्षित हो जाता है ।
मुख्य महल एवं झील बहुत ही सुंदर है महल या किला कालांतर में संग्रहालय में तब्दील कर दिया गया । इसमें ध्वज दंड चार मंजीला इमारत है ।
लखोटा झील में फवारा भी है जो वातावरण को मोहक बनाता है । संग्रहालय में जामनगर के पास बंदरगाह से प्राप्त ब्लू व्हेल का स्केलेटन भी है संग्रहालय में 2300 वर्ष पूर्व के सिक्के भी दर्शाए गए हैं । विभिन्न ताम्रपत्र भी संग्रहालय में संग्रहित किए गए हैं ।







टिप्पणियां